ज्ञात तथ्य / प्रस्तावित विवरण
- उद्देश्य एवं स्वरूप
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यह योजना झारखंड सरकार की “मुख्यमंत्री मंईया सम्मान योजना” के विस्तार जैसा कदम है — सरकार चाहती है कि महिलाएँ केवल सहायता राशि न पाएं, बल्कि उसे स्वरोजगार एवं आत्मनिर्भरता की दिशा में उपयोग करें।
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“बलवान” शब्द से यह संकेत मिलता है कि यह योजना महिलाओं को सशक्त (economically stronger) बनाएगी, शायद व्यवसाय एवं उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करेगी।
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योजना को 15 नवंबर को (झारखंड स्थापना दिवस के अवसर पर) लॉन्च करने की तैयारी बताई जा रही है।
2. सम्बंधित योजना — मंईया सम्मान
“मंईया सम्मान योजना” वर्तमान में लागू है, और “बलवान योजना” उसी का अगला चरण माना जा रहा है।
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मंईया सम्मान योजना के तहत योग्य महिलाएं प्रतिमाह राशि (initially ₹1,000) प्राप्त करती थीं।
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बाद में इस राशि को बढ़ाकर ₹2,500 प्रतिमाह करने की घोषणा की गई थी।
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इसमें पात्रता के कुछ शर्तें हैं जैसे राज्य की स्थायी निवासी होना, आयकरदाता परिवार में न होना, सरकारी कर्मचारी न होना आदि।
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आवेदन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से किया जाता है।
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आवेदन फॉर्म, दिशानिर्देश, संशोधित फॉर्म आदि जिलों की वेबसाइटों पर प्रकाशित हैं
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क्या “बलवान” योजना में नया क्या हो सकता है
चूंकि “बलवान” अभी प्रस्तावित है, इसलिए निम्न बिंदु फिलहाल अनुमान आधारित हैं — लेकिन समाचारों में ये बातें सामने आ रही हैं:
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वर्तमान मंईया सम्मान योजना की प्राप्त राशि को महिलाओं द्वारा उपभोग (खर्च) तक सीमित न रहकर स्वरोजगार / लघु व्यवसाय में निवेश करने के लिए प्रेरित करना।
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मंईया सम्मान योजना के लाभार्थियों को स्व-Help Groups (SHGs) या स्वरोजगार से जोड़ने की योजना।
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हो सकता है कि “बलवान” योजना में अतिरिक्त सहायता, सब्सिडी, प्रशिक्षण, ऋण सुविधा आदि हों। (यह अभी पुष्टि नहीं हुई)
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सरकार योजना की रूपरेखा को अंतिम रूप देने की स्थिति में है और इसे कैबिनेट की मंजूरी देनी है।
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