📰 BJP का संगठनात्मक फेरबदल: आदित्य प्रसाद साहू बने झारखंड के नए प्रदेश अध्यक्ष
रांची, 4 अक्टूबर 2025 — भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने झारखंड में बड़ा संगठनात्मक बदलाव करते हुए आदित्य प्रसाद साहू को पार्टी का नया प्रदेश अध्यक्ष (State President) नियुक्त किया है। इस फेरबदल को आने वाले विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी की रणनीतिक तैयारी के रूप में देखा जा रहा है।
🔹 आदित्य प्रसाद साहू की नियुक्ति
पार्टी की केंद्रीय नेतृत्व टीम ने शनिवार को यह घोषणा की। आदित्य प्रसाद साहू इससे पहले पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष (Working President) थे और संगठन में लंबे समय से सक्रिय भूमिका निभा रहे थे।
उनकी नियुक्ति को संगठन में युवा नेतृत्व और संतुलित प्रतिनिधित्व के प्रतीक के रूप में देखा जा रहा है।
BJP के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बी.एल. संतोष ने कहा —
“आदित्य साहू के नेतृत्व में पार्टी झारखंड में नई ऊर्जा और संगठनात्मक मजबूती के साथ आगे बढ़ेगी।”
🔹 क्यों किया गया यह बदलाव
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह बदलाव झारखंड में BJP के राजनीतिक पुनर्गठन और जनसंपर्क विस्तार की रणनीति का हिस्सा है।
पिछले कुछ महीनों में झारखंड में BJP का फोकस रहा है —
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बूथ स्तर पर संगठन सशक्त करना
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आदिवासी और पिछड़ा वर्ग समुदायों में पैठ बनाना
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स्थानीय मुद्दों पर जनआंदोलन को मजबूत करना
साहू की नियुक्ति इसी दिशा में एक कदम मानी जा रही है, क्योंकि वे लंबे समय से ग्रामीण और जनसंपर्क अभियानों से जुड़े रहे हैं।
🔹 पूर्व नेतृत्व और भविष्य की रणनीति
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी अब पार्टी की राष्ट्रीय टीम में अहम भूमिका निभाने जा रहे हैं।
नई टीम के गठन के साथ पार्टी ने संकेत दिया है कि आने वाले महीनों में संगठन में जिला स्तर तक बड़े फेरबदल किए जा सकते हैं।
आदित्य साहू ने पदभार संभालने के बाद कहा —
“हमारी प्राथमिकता है — हर बूथ तक बीजेपी की पहुँच और हर कार्यकर्ता तक संवाद। झारखंड के विकास और स्थिर शासन के लिए हम जनता के बीच निरंतर रहेंगे।”
🔹 राजनीतिक प्रभाव
इस नियुक्ति को लेकर विपक्षी दलों ने भी प्रतिक्रिया दी है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के एक प्रवक्ता ने कहा कि यह बदलाव चुनावी दबाव में लिया गया निर्णय है।
हालांकि, BJP का दावा है कि यह कदम संगठन को नई दिशा और ताकत देने के लिए आवश्यक था।
राजनीतिक पर्यवेक्षक मानते हैं कि यह फेरबदल 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले BJP की झारखंड रणनीति का निर्णायक चरण साबित हो सकता है।
🔹 निष्कर्ष
BJP का यह संगठनात्मक पुनर्गठन सिर्फ नेतृत्व परिवर्तन नहीं, बल्कि राज्य की राजनीति में नए समीकरणों की शुरुआत भी है।
अब देखना यह होगा कि आदित्य प्रसाद साहू अपने नेतृत्व में झारखंड में पार्टी की पकड़ को कितनी मजबूती से बढ़ा पाते हैं।